संभल में हुई हिंसा के बाद से सियासी हलचल सड़क से लेकर संसद तक जारी है। तो वही लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपनी
Moradabad जिला जेल के जेलर और डिप्टी जेलर के खिलाफ CM योगी ने बड़ा एक्शन लिया हैं। वही संभल हिंसा के आरोपियों से जेल में SP नेताओं ने मुलाकात की था। जिसके बाद DG जेल ने मुरादाबाद के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ कार्यवाही की सिफ़ारिश शासन को भेजी है।
SP नेताओं ने बिना पर्ची लिए मुलाकात की
हालाकी सपा विधायक नवाबजान, चौधरी समरपाल सिंह, पूर्व सांसद एसटी हसन के साथ कई SP नेताओं ने जेल में संभल दंगे के आरोपियों से मुलाकात की थी। वही आरोप है कि पूर्व सांसद और विधायकों के साथ कुछ सपा नेताओं ने बिना पर्ची लिए मुलाकात की थी। जिसके बाद योगी सरकार ने एक्शन लिया हैं।
जेल न होने की चलते हिंसा
आपको बता दे कि सांसद और विधायकों को अपने जिले की जेल में बंदियों से मुलाकात के विशेष अधिकार मिलते हैं। तो वही शासन के निर्देश पर DG जेल ने DIG जेल कुंतल किशोर को मामले की जांच सौंपी थी। वही संभल में जेल न होने की वजह से हिंसा के गिरफ्तार सभी आरोपी मुरादाबाद जेल में बंद हैं।
गाजीपुर-दिल्ली बॉर्डर पार पुलिस की भारी तैनाती
बता दे कि बीते 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा के बाद से सियासी दंगल सड़क से लेकर संसद तक आज भी जारी है। साथ ही यानि की आज लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपनी सांसद बहन प्रियंका गांधी और अन्य नेताओं के साथ संभल जा रहे थे। तभी उनको रोकने के लिए गाजीपुर-दिल्ली बॉर्डर पार भारी पुलिस की तैनाती की गई है। साथ ही संभल के जिलाधिकारी और मुरादाबाद कमिश्नर ने पहले ही अपील की थी कि कोई भी जनप्रतिनिधि दस दिसंबर तक संभल न जाए। तो वही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी संभल जाने पर अड़े थे। जिसकी वजह से योगी सरकार ने प्रशासन को अलर्ट मोड पर लगा दिया हैं। जिससे राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं को संभल जाने से रोका जा सके।